खेलो इंडिया यूथ गेम्स में झारखंड की ईतू मंडल मात्र 13 साल की उम्र में युवा खेलों के इस संस्करण में कबड्डी खिलाड़ियों का सामना करने वाली सबसे कम उम्र की कबड्डी प्रतियोगी है। अपने आस-पास की सभी ताकतवर महिलाओं से प्रभावित होकर वह अंडर -18 युवा टीम का हिस्सा बनने के लिए तेजी से आगे बढ़ी है।
ईतूमंडल ट्रैक्टर चालक की बेटी है। ईतू की तरह ही उसकी बहन भी अच्छी कबड्डी खिलाड़ी बनने की कोशिश कर रही है। झारखंड के दुमका जिले में मधुबन गांव की निवासी ईतू ने कहा कि मैं अपने परिवार में सबसे बड़ी हूं और मेरे माता-पिता आगे बढ़ने में मेरा पूरा सहयोग करते हैं। उन्होंने मुझ पर परिवार की जिम्मेदारियां निभाने का कोई दबाव नहीं डाला है।
ईतू ने बताया कि वह एक कोच बनना चाहती है। उसने कहा कि जैसे ही मैं खेल के बारे में पर्याप्त सीख लूंगी, तो मैं कोचिंग देना शुरू कर दूंगी। मैं युवाओं के साथ काम करना चाहती हूं, उन्हें कबड्डी के खेल में आगे बढ़ाने में मदद करना चाहती हूं।
गौरतलब है कि 2016 में, महिलाओं के लिए एक पेशेवर कबड्डी लीग भी शुरू की गई, जो युवा लड़कियों को खेल के लिए आकर्षित करती है।
हाल के वर्षों में कबड्डी देश में एक बड़ा खेल बनकर उभरा है। इसने न केवल ग्रामीण भारत में युवाओं को एक बड़ा मंच दिया है बल्कि कई लोगों को मेगा स्टार में बदल दिया है।