सुकांति साहू
सरायकेला खरसांवा
बदलता मौसम हर किसी के लिये एक बदलाव लेकर आए यह जरूरी नहीं है। एक तरफ गर्मी के शुरू होते ही शहरों में लोगर एसी और कूलर की हवा में खुद को ठंडा रखने की कोशिश करते हैं, वहीं कई ऐसी जगहें हैं जहां पीने के पानी के लिये लोग मीलों की दूरी तय करते हैं।
हालांकि इसे दूर करने के लिये सरकार ने देश भर में 2019 से हर घर नल योजना शुरू किया। इस योजना के तहत 2024 तक सौ फीसदी घरों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया, मगर इसकी जमीनी रफ्तार कम नजर आ रही है।
दरअसल, झारखंड के सरायकेला खरसावां जिला के तेलाईडीह पंचायत के अंदर 12 गांव है। इनमें से ही एक छोटा सरगीडीह गांव में नल जल योजना के तहत लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था तो की गई मगर खराब नल एवं जलमीनार के चलते पीने के पानी के लिये इस तपती गर्मी में ग्रामीणों को मशक्कत करनी पड़ रही है। https://www.youtube.com/watch?v=ezJtzXMAO6k
बढ़ती मंहगाई में घर बनाना हुआ महंगा, ग्रामीणों ने की राशि बढ़ाने की मांग
इसी तरह आवास योजना का लाभ भी गिने चुने लोगों को मिल रहा है, और जिन्हें मिला वे छोटे किस्तों में पैसे मिलने से परेशान हैं। इनका कहना है कि राशि के लिये इन्हें अपने गांव से प्रखंड तक आने जाने में 20 से 25 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। ऐसे में रोज आना जाना संभव नहीं है।
इसके साथ ही घर बनाने के लिये मिलने वाली राशि को बढ़ाने की मांग भी ग्रामीण कर रहे हैं। उनका कहना है कि घर बनाने वाले सामानों की कीमत लगातार बढ़ रही है, जिसे खरीदने में वे असमर्थ हो रहे हैं।
गांवों को सुदृढ करने के लिये कई सारी सरकारी योजनाएं चल रही हैं, जिसके चलते लोगों की जीवन शैली में बदलाव भी नजर आ रहा है, मगर कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां इन विकास की योजनाओं का लाभ लेने के लिये लोगों को लालायित रहना पड़ रहा है। ऐसे में इन ग्रामीणों को इंतजार है कि इनकी बात सरकार तक पहुंचे और इनकी समस्याओं का जल्द समाधान हो।