अर्थशास्त्र विषय ज्ञान और कैरियर दोनों के लिये ही उपयोगी है।

गरिमा सिंह

एक छात्र का  कैरियर किस विषय को पढ़कर सुनहरा बन सकता है, इसके लिये  उसके साथ अभिभावक भी फिक्रमंद रहते हैं।   अधिकांशतः वह साइंस (विज्ञान) विषयों में सुनहरा भविष्य तलाशते हैं, जिससे वह डॉक्टर, इंजीनियर बन सकें।

कई बच्चे इन विषयों में फिट बैठते हैं, जबकि कईयों का इन विषयों से जुड़ाव नहीं होता। ऐसे समय में छत्रों को  विषय चयन करने में कई तरह के सामाजिक एवं पारिवारिक दबाव से भी गुजरना पड़ता है।

खासकर , मध्यमवर्गीय समाज में आर्ट्स के विषय को लेकर एक मिथ्या है कि जो बच्चे पढ़ने में कमजोर होते हैं, और जिनका साइंस विषय बेहतर नहीं है, वही आर्ट्स में कैरियर तलाश करते हैं। उनके अनुसार इस क्षेत्र में सफलता के बहुत कम रास्ते हैं। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। यह तो विषयों से जुड़ाव की बात है। हर विषय में भविष्य है, अगर उसे गंभीरता, सूझ-बूझ और गहराई से अपनाया गया है।

इसके लिये जरूरी है कि कैरियर बनाने के लिये जिस विषय को लेने की सोच रहे हैं, उसकी हमें पूरी जानकारी हो। इसी संदर्भ में  हमने यहां अर्थशास्त्र (इकॉनॉमिक्स) विषय के बारे में बताने की कोशिश की है, जिससे इस विषय को लेने वाले छात्र अच्छी तरह परिचित हो सकें-

रूचिकर है अर्थशास्त्र

विषयों में अर्थशास्त्र एक ऐसा विषय है जिसकी उपयोगिता जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में है। अर्थशास्त्र विषय शुरू से ही लोगों के लिए एक रुचिकर विषय के रूप में जाना जाता रहा है, परंतु विगत कुछ वर्षों में एक कठिन विषय के रूप में देखा जाने लगा जो उपयुक्त नहीं है। एक छात्र के लिए अर्थशास्त्र विषय ज्ञान और उसके कैरियर दोनों के ही दृष्टिकोण से काफी उपयोगी है।

छात्र जब कैरियर की दृष्टिकोण से विषयों का चयन करता है तो वह अपने ज्ञान के साथ-साथ अपने भविष्य को भी उसके साथ जोड़कर देखता है। ऐसे में अर्थशास्त्र उसकी अपेक्षाओं को पूरा करने की क्षमता रखता है।

अर्थशास्त्र में है सुनहरा कैरियर

अर्थशास्त्र विषय लेकर न केवल ज्ञानार्जन करके एक अर्थशास्त्री के रूप में समाज में सम्मान अर्जित किया जा सकता है, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में एक सम्मानजनक नौकरी भी प्राप्त की जा सकती है।

  • अर्थशास्त्र विषय से स्नातक और स्नातकोत्तर के साथ-साथ विभिन्न व्यवसायिक कोर्सों जैसे- एम.बी.ए., एम.बी.इ., बैंकिंग से संबंधित कोर्स किया जा सकता है।
  • अर्थशास्त्र से डिग्री प्राप्त छात्र बैंकिंग एवं बीमा के क्षेत्र में, औद्योगिक इकाईयों में वित्तीय सलाहकार, प्रबंधक और विपणन अधिकारी के रूप में, निवेश सलाहकार के रूप में एक सम्मानजनक कैरियर प्राप्त कर सकते हैं।
  • अर्थशास्त्र से शिक्षित छात्र परम्परागत रूप में एक शिक्षक के रूप में भी अपना कैरियर बना सकता है
  • वर्तमान में अर्थशास्त्र से शिक्षित लोगों की आवश्यकता शेयर बाजार में भी निरंतर पड़ती रहती है।
  • नीति निर्माण की प्रक्रिया, आर्थिक नियोजन व्यवस्थित ढंग से संचालित करना, विभिन्न प्रकार की योजनाओं के निर्माण और उनके क्रियान्वयन में भी अर्थशास्त्र की महती भूमिका है।
  • यही नहीं विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा भी अपने आर्थिक एजेंडे को निर्धारित करने के लिए अर्थशास्त्र के लोगों की मदद ले रहे हैं।

इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा, जहां पहले राजनीति अर्थव्यवस्था का निर्धारण करती थी तो वर्तमान में अर्थव्यवस्था राजनीति का निर्धारण करने लगी है।

एक छात्र के लिए अर्थशास्त्र का चयन उसका कैरियर बनाने के लिये काफी महत्वपूर्ण है, जो उसे सुनहरा अवसर प्रदान करता है।

 

 

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