अरविन्द पाठक, वरिष्ठ पत्रकार।
दरभंगा,14 मार्च,2022
(एजेंसी)।मिथिलांचल के दरभंगा में स्थानीय निकाय से बिहार विधान परिषद के लिए होने वाले चुनाव को लेकर प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। इस सीट से राजग ने भाजपा के नेता एवं बेनीपुर से विधायक रहे सुनील चौधरी,राजद ने उदय शंकर यादव,कांग्रेस ने डॉ.इम्तियाज,लोजपा (रामविलास) ने बिपिन पाठक,वीआईपी ने बैद्यनाथ सहनी एवं एमएसयू ने शरद झा को मैदान में उतारा है। इसके साथ ही कई अन्य प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं,जो राजनीतिक दलों से टिकट की आस लगा बैठे थे।
ऐसे आस लगाए बैठे लोगों में ठेकेदार,भूमाफिया,नेताओं के अमले,पुत्र एवं निकट के परिजन शामिल हैं, जिन्हें अंतिम क्षणों तक राजनीतिक दलों का सानिग्ध नहीं मिल पाया है। स्वभाविक है, वे अपनी साख बचाने के लिए निर्दलीय मैदान में कूद सकते हैं।
दरभंगा जिला निकाय से विधान परिषद के चुनाव में करीब 5 हजार से अधिक मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे। जातीय एवं राजनीतिक दलों के हिसाब से अगर देखा जाय तो राजग गठबंधन, राजद एवं लोजपा की स्थिति एक सी है। तीनों के वोट बैंक में कोई खास अंतर नहीं है,मगर इनके बीच अंतरघाती भी कम नहीं हैं जो इनके खेल को अंतिम क्षणों में बिगाड़ सकते हैं।
प्रत्याशियों ने अपना प्रचार तेज कर दिया है। वे वोटरों के पास पहुँचने लगे हैं। हालांकि नव निर्वाचित वोटरों को सम्मानित करने का सिलसिला काफी पहले से जारी है। मगर प्रत्याशी यह नहीं बता पा रहे हैं,कि अगर वह चुनाव जीत कर विधान परिषद जायेंगे तो वह कौन से बुनियादी समस्याओं का हल करेंगे?
एक मुखिया ने बताया कि प्रत्याशी रोज आ रहे हैं,लेकिन उन्हें खुद ही पता नहीं होता है कि निकाय के लिए वह क्या करेंगे? कुछ राजनीतिक दलों के प्रत्याशी सिर्फ अपने नेता की दुहाई देते हैं।
एक अन्य मतदाता ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर बताया कि अभी यह आंकलन किया जा रहा है कि कौन प्रत्याशी कितना खर्च करेगा? इसका सीधा मतलब है कि इस चुनाव में धन बल का भी उपयोग होगा,जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। एल.एस।