आपकी सेहत ; क्या मोटापा एक आनुवांशिक रोग है ?

मीमांसा डेस्क।

डॉक्टर लेप्रोस्कोपिक एवं बेरियाट्रिक सर्जन , डॉ. आशीष डे के अनुसार ज्यादातर मामलों में मोटापा आनुवांशिक है। 90 प्रतिशत बच्चे अगर बचपन में मोटे होते हैं तो बड़े होकर भी वो मोटे ही होते हैं । ऐसा भी देखा गया है कि कुछ लोग ज्यादा खाते हैं फिर भी पतले होते हैं , और बहुत कम खाने वाले मोटापे से परेशान रहते हैं। इसकी वजह बसल मेटाबोलिक रेट है , जिसे बीएमआर के नाम से जाना जाता है। ये कैलोरी जलाने का काम करता है , जिसके शरीर में बीएमआर की क्षमता अधिक होती है वो ज्यादा मोटे नहीं होते , मगर जिनमें ये कम होता है वो व्यक्ति जल्दी मोटापे का शिकार होता है।
मोटापा एक बीमारी है और बीमारी के रूप में इसकी पहचान जरूरी है। कई बार मोटापा कम करने के लिये परेशान व्यक्ति अपने मन से डाईटिंग करने लगता है। जिसमें वह अचानक खाना – पीना छोड़ देता है , जिससे वह काफी कमज़ोर हो जाता है। मोटापा कम करने में डाईटिंग असरदायक है मगर इसे किसी एक्सपर्ट न्यूट्रिशियन्स की सलाह से अमल करना चाहिए।

नोट – यह लेख केवल जानकारी के लिये है अगर आपको शारीरिक रूप से किसी तरह की कोई समस्या है तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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