मीमांसा डेस्क।
आजकल हर छोटा मोटा काम करने के लिए मोबाइल की जरूरत होती है। लगातार अलग – अलग ऐप और वेबसाइट पर स्विच करने से वास्तव में आपकी गति धीमी हो जाती है। आपका मस्तिष्क जल्दबाज़ी में और ज्यादा काम करने लगता है , जो आपकी उत्पादकता को भी प्रभावित करता है। इसलिए कई बार आप अपनी नौकरी या पढ़ाई की चुनौतियों का सामना करने मे असमर्थ होते हैं। जब आप मोबाइल फोन के ज्यादा आदी हो जाते हैं , तो आपको कई निम्नलिखत समस्या हो सकती है।
- बैचैन नींद
लोगों को ज्यादातर सोने से पहले फोन के इस्तेमाल की आदत होती है। कोई भी फोन के बिना नहीं रह सकता और पूरे दिन काम करने के बाद , यह वही समय होता है जब लोग समाचार देखते हैं या दोस्तों और परिवार के साथ थोड़ी देर बैठ कर बात करते हैं। लेकिन अध्ययनों से पता चलता है कि सोने से पहले खुद को लंबे समय तक रोशनी में रखने से मेलाटोनिन का स्त्राव कम होता है। मेलाटोनिन वह हार्मोन है जो आपकी नींद के चक्र को नियंत्रित करने में मदद करता है और आप इससे अच्छी नींद ले पाते हैं।
अंधेरा मेलाटोनिन के उत्पाद को उत्तेजित करता है। लेकिन सोने से पहले फोन का इस्तेमाल करने से इसका स्त्राव कम हो जाता है और हम रात भर बेचैन रहते हैं और उसके बाद का दिन भी प्रभावित होता रहता है।
- स्मरण शक्ति का नुकसान
जब कोई व्यक्ति मोबइल फोन का ज्यादा प्रयोग करता है तो इससे व्यक्ति की स्मरण शक्ति प्रभावित होती है। इसलिए व्यक्ति को ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जितना हो सके उससे दूरी बना कर रखनी चाहिए।
हर व्यक्ति को छोटा मोटा काम करने के लिए मोबाइल की जरुरत होती है। इसलिए लगातार अलग – अलग ऐप और वेबसाइट पर स्विच करने से वास्तव में आपकी गति धीमी हो जाती है। आपका मस्तिष्क जल्दबाजी और ज्यादा काम करने लगता है , जो आपकी उत्पादकता को भी प्रभावित करता है। इसलिए कई बार , आप अपनी नौकरी या पढ़ाई की चुनौतियों का सामना करने में असमर्थ होते हैं।
- मानसिक आलस्य
जैसे – जैसे डिवाइस पर आपकी विश्वसनीयता बढ़ती जा रही है , वैसे – वैसे आपकी मानसिक सुस्ती भी बढ़ रही है। फोन के जरिये इतना आलस आ गया है कि लोग शॉपिंग करने के लिए बाजार जाने की जगह ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, और अधिक फोन पर निर्भर हो गए हैं। आजकल सभी लोग फोन पर एक क्लिक में सभी सवालों के जवाब पाने के आदी हो गए है और इस आदत ने लोगों की सोचने की स्वाभाविक प्रवृत्ति को कम कर दिया है। इसलिए , फोन का अत्यधिक उपयोग आपकी सोचने की क्षमता को भी कम कर रहा है।