मीमांसा डेस्क।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी और ब्रिटिशकालीन समय में ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला राज्य का सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन केन्द्र है। इसका नाम देवी श्यामला के नाम पर रखा गया हैं। जो काली की अवतार हैं। शिमला लगभग 7267 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यह अर्ध चक्र आकार में बसा हुआ है , जहां पूरे वर्ष ठण्डी हवाएं बहने का वरदान है। यहां घाटी का सुंदर दृश्य दिखाई देता है और महान हिमालय पर्वतों की चोटियां चारों ओर दिखाई देती है। इसके उत्तर में बर्फ मानों क्षितिज तक जमी हुई है। यहाँ प्राय हमेशा ठण्डी हवाएं बहती है। शिमला का सुखद मौसम , आसानी से पहुंच और ढेरों आकर्षण इसे उत्तर भारत का एक सर्वाधिक लोकप्रिय पर्वतीय स्थल बना देते हैं।
- रिज
शहर के मध्य में एक बड़ा और खुला स्थान , जहां से पर्वत का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। यहां शिमला की पहचान बन चुका न्यू – गॉथिक वास्तुकला का उदाहरण क्राइस्ट चर्च और न्यू – ट्यूडर पुस्तकालय का भवन दर्शनीय है।
- मॉल
शिमला का मुख्य शॉपिंग सेंटर , जहां रेस्तरां भी हैं , गेयटी थियेटर , जो पुराने ब्रिटिश
थियेटर का ही रूप है , अब सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र है।कार्ट रोड से मॉल के लिए हि प्र प नि की लिफ्ट से भी जाया जा सकता है। रिज के समीप स्थित लक्कड़ बाजार , लकड़ी से बनी वस्तुओं और स्मृति – चिह्नों के लिए प्रसिद्ध है।
- काली बाड़ी मंदिर
यह मंदिर स्कैंडल प्वॉइंट के जनरल पोस्ट ऑफिस से कुछ गज की दूरी पर स्थित है। माना जाता है कि यहां श्यामलला देवी की मूर्ति स्थापित है।
- जाखू मंदिर
2. 5 किलोमीटर 2455 मी ; यह स्थल शिमला की सबसे ऊंची चोटी है। यहां से शहर का सुंदर नजारा देखा जा सकता है। यहां भगवान हनुमान का प्राचीन मंदिर है। रिज पर बने चर्च के पास से पैदल मार्ग के अलावा मंदिर तक जाने के लिए पोनी या टैक्सी द्वारा भी पंहुचा जा सकता है।
- प्रोस्पेक्ट हिल
मुख्य शहर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित समुद्र तल से 2155 मीटर ऊंची , कामना देवी मंदिर को समर्पित यह हिल शिमला – बिलासपुर मार्ग पर बालुगंज से 15 मिनट की पैदल दूरी पर है। हिल से इस क्षेत्र का विंहगम दृश्य दिखाई देता है।
- समर हिल
शहर से 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है समर हिल जो शिमला – कालका रेलमार्ग पर एक सुंदर स्थान है। यहां के शांत वातावरण में पेड़ों से घिरे रास्ते हैं।
- सकट मोचन
शिमला – कालका सड़क मार्ग पर भगवान हनुमान का प्रसिद्ध मंदिर है। यहां से शिमला का सुंदर दृश्य दिखाई देता है। यहां बस व टैक्सी द्वारा पंहुचा जा सकता है।
तारादेवी
शिमला – कालका सड़क मार्ग पर यह पवित्र स्थान के लिए रेल , बस और कार सेवा उपलब्ध है। स्टेशन व सड़क से पैदल अथवा जीप व टैक्सी द्वारा यहां पंहुचा जा सकता है। यह हिन्दुओं का एक पवित्र तीर्थ स्थल है।
कैसे पहुँचे शिमला
दिल्ली से लगभग 370 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शिमला जाने के लिये तीनो मार्ग अर्थात वायु मार्ग , सड़क , यातयात तथा रेलमार्ग का सहारा लिया जा सकता है।
शिमला घूमने जाये तो toy train ट्रेन का मज़ा ज़रूर लें।
शिमला घूमने जाये तो toy ट्रेन का मज़ा ज़रूर लें जो कालका से शिमला स्टेशन के बीच बनी है। शिमला – कालका toy ट्रेन विश्व का सर्वश्रेष्ट रेलमार्ग है , जिसमें सफर करना अपने आप में किसी रोमांच से कम नहीं है। यह ट्रेन 1903 में चलायी गई थी तथा यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में इसको रखा है। शिमला व कालका के बीच 96 किलोमीटर की दूरी में चलने के लिये इस ट्रेन को 102 सुरंग तथा 87 पुल पार करनी होती है। आप अंदाज़ा लगा सकते है कि कितना आनंददायक होगा वह दृश्य जब लगातार एक के बाद एक सुरंग पार करती हुई यह toy ट्रेन अपने गंतव्य स्थान को प्रस्थान करती होगी जिससे प्रकृति कोअपलक निहारते हुये आप अपनी यात्रा को यादगार बना सकते है।
- नोट – अगर आपके समय हो तो शिमला मे घूमने के लिए कई और भी जगहें है जैसे राज्य सग्रहालय आदि।