मीमांसा डेस्क।
एक बेहतरीन शेफ वही होता है जो पहले से मौजूद चीजों की मदद से हर बार कुछ नया बनाने की क्षमता रखता हो या फिर उन्हीं डिशेज को एक नए अंदाज़ में पेश कर सके। आइए जानते हैं कुछ बड़ी बातें। कुछ सालों पहले तक कुकिंग को केवल महिलाओं का कार्य ही समझा जाता था। इतना ही नहीं , कुकिंग को एक सामान्य गृहकार्य समझकर उसे कोई ख़ास तवज्जो नहीं दी जाती थी लेकिन बदलते समय में न सिर्फ लोगों की सोच बदली है , बल्कि कुकिंग स्किल्स के जरिए बहुत से लोगों ने नाम व पैसा कमाया है। संजीव कपूर , रणबीर बराड़ , पंकज भदौरिया , विकी रतनानी , निशा मधुलिका आदि कुछ ऐसे ही नाम हैं , जिन्होंने महज अपने कुकिंग स्किल्स के जरिए लोगों के दिलों में अपनी एक अलग जगह बनाई है। अगर आप भी स्वाद की बेहतर समझ रखते हैं तो इस क्षेत्र में करियर की राह तलाश कर सकते हैं।
कार्यक्षेत्र
एक शेफ का मुख्य कार्य सिर्फ भोजन ही पकाना नहीं होता ,बल्कि वह हर सब्जी , मसाले की बारीकी से समझ रखता है। एक बेहतरीन शेफ वही होता है जो पहले से मौजूद चीजों की मदद से हर बार कुछ नया बनाने की क्षमता रखता हो या फिर उन्हीं डिशेज को एक नए अंदाज़ में पेश कर सके।
एक शेफ के कार्यक्षेत्र में भोजन को बेहतर तरीके से पकाने के साथ – साथ उसे बेहतरीन तरीके से पेश करना भी शामिल होता है।
स्किल्स
एक शेफ को भोजन की अच्छी समझ तो होनी चाहिए ही , साथ ही उसे भारत या अन्य देशों में भी लोगों की ईटिंग हैबिट्स या डाइट के बारे में पता होना चाहिए। इसके अतिरिक्त अपने काम के दौरान एक शेफ को कई तरह के इलेक्ट्रिक्स इंस्टूमेंट्स के साथ काम करना पड़ता है , इसलिए उसे भी सही तरह से ऑपरेट करना आना चाहिए। वहीं उसमें क्रिएटिविटी व चीजों को अलग तरीके से देखने की क्षमता भी होनी चाहिए ताकि वह बेहद सिंपल इग्रीडियटेंट से भी एक मजेदार डिश पेश कर सके।
योग्यता
इस क्षेत्र में कदम रखने के लिए प्रोफेशनल स्किल्स का होना आवश्यक है। अगर आप भी अपने हाथों के जायके से लोगो को दीवाना बनाना चाहते हैं तो 12 वी के बाद डिप्लोमा इन कलिनरी आर्टस कर सकते हैं या फिर होटल मैनजमेंट में डिग्री कोर्स करने के बाद भी इस क्षेत्र में कदम रखा जा सकता है।
संभावनाएं
बदलते दौर में , कुकिंग स्किल्स का प्रयोग सिर्फ किचन तक ही सीमित नहीं रह गया है। एक शेफ विभिन्न होटल्स व फाइव स्टार में तो जॉब ढूंढ ही सकता है। इसके अतिरिक्त बड़े – बड़े हॉस्पिटल्स , फूड चैनल्स , एयर कैटरिंग यूनिट्स , विभिन्न फूड कंपनी ,मल्टीनेशनल कंपनी आदि में जॉब की तलाश कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त एक फूड ब्लॉगर या फूड राइटर के तौर पर भी कार्य किया जा सकता है। वही अगर आपके पास थोड़ा पैसा व अनुभव है तो खुद की कैटरिंग कंपनी , टिफिन सर्विसेज या फिर छोटे होटल या फ़ूड स्टॉल्स से शुरुवात की जा सकती है।
आमदनी
इस क्षेत्र में आमदनी इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस रूप में अपने कर्रियर की शुरुवात कर रहे हैं। मसलन एक ट्रेनी को शुरुवात में दस से पन्द्रह हज़ार ही मिलते हैं लेकिन अनुभव मिलने के साथ – साथ सैलरी भी बढ़कर 40 से 50 हजार पहुँच जाती है। वहीं अगर आपने अपना खुद का काम शुरू किया है तो आमदनी आपके द्वारा पेश किए जाने वाले टेस्ट पर निर्भर करेगी।
प्रमुख संस्थान
1 आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी , बैंगलौर
2 नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
3 ओरिएंटल स्कूल ऑफ होटल मैनेजमेंट , केरल