मंजर

ऋतुओं का है राजा आया ,
आमों की डाली पर हैं मंजर छाया।
आया – आया फलों का राजा आया ,
मीठी सुगंध हैं लेकर आया ,
कोयल की मीठी तान भी है लाया।
ऋतुओं  का है राजा आया,
मंजरों को भी है साथ लाया।
और आई बसंती हवा ,
झूम गया है सारा जहाँ ,
खेतों में भी शान है आई ,
किसानों में भी खुशियाँ है छाई।

उपयुक्त पंक्तियां अनीता प्रजापति द्वारा लिखी गई हैं।