दिल्ली के मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल ने की न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी के लिए एडवांस्ड रोबोटिक सिस्टम के उपयोग की घोषणा

पहले की तुलना में आज लोगों की औसत उम्र में वृद्धि हो रही है, क्योंकि बीमार होने पर उन्हें बेहतर इलाज की सुविधा मिल जाती है। वास्तव में मेडिकल साइंस में होने वाले अविष्कारों ने मरीज को स्वस्थ बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है।

चिकित्सा जगत के इन्हीं अविष्कारों में से एक है, रोबोटिक सिस्टम, जिसकी मदद से आज कई मुश्किल और नामुमकिन उपचार संभव हो गये हैं। यह बात एक्शन ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स के अध्यक्ष राज कुमार गुप्ता ने आज नई दिल्ली के मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट ने न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी के लिए एडवांस्ड रोबोटिक सिस्टम के उपयोग की घोषणा के मौके पर कही।

उन्होंने कहा कि “ हम अपने रोगियों के लिए इस आधुनिक तकनीक लाकर बेहद उत्साहित हैं। रोगियों को उच्चतम मानक की देखभाल मिले, इसके लिए रोबोट का उद्घाटन चिकित्सा नवाचार में सबसे आगे रहने के लिए एक्शन बालाजी के समर्पण का प्रतीक है।  इस नई तकनीक के साथ हॉस्पिटल रोगियों को संपूर्ण देखभाल प्रदान करता है।

वहीं, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में बोर्ड सदस्य डॉ. दीपिका सिंघल ने कहा कि “इस रोबोटिक सिस्टम की सटीकता और लचीलापन हमारे सर्जनों को अद्वितीय सटीकता के साथ जटिल प्रक्रियाओं को करने की अनुमति देता है।” यह तकनीक सर्जिकल देखभाल में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है और हम इसे अपने रोगियों को प्रदान करने के लिए उत्साहित हैं।”

गौरतलब है कि हॉस्पिटल में जिन अत्याधुनिक रोबोटिक सिस्टम को शामिल किया गया है, उनमें दा विंची शी सर्जिकल रोबोट, घुटने के ट्रांसप्लांट के लिए VELYS सर्जिकल रोबोट और मेडट्रॉनिक का नेविगेशन और 3D इमेजिंग असिस्टेड स्पाइन रोबोट  हैं।

रोबोटिक सिस्टम सर्जनों के लिए एक ऐसी प्रक्रिया लेकर आता है, जिससे वे छोटे चीरों, कम दर्द और रोगियों के लिए तेजी से रिकवरी के साथ जटिल प्रक्रियाएं करने में सक्षम होते हैं। यह ऑन्कोलॉजी, यूरोलॉजी, स्त्री रोग सामान्य सर्जरी, घुटना प्रत्यारोपण और स्पाइन सर्जरी जैसे क्षेत्रों में विशेष रूप से प्रभावी है, जो इसे अस्पताल के सर्जिकल विभाग में एक महत्वपूर्ण जोड़ है।

दरअसल, दिल्ली में बहुत कम ऐसे अस्पताल हैं, जो एक ही छत के नीचे प्रभावी रोबोटिक सर्जरी की सुविधा प्रदान करता है। श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में भी अब यह अत्याधुनिक तकनीक शामिल किये गये हैं, जो अस्पताल की सर्जिकल क्षमताओं को बढ़ाती है।