ट्रेड फेयर दिल्ली 2025 : कॉरपोरेट जॉब ने किया परेशान, तो बनाया मां के नाम ब्रांड और अब एंटरप्रेन्योर बनने की तैयारी

दिल्ली में हर साल लगने वाला भारत विश्व व्यापार मेला लाखों की संख्या में लोगों को आकर्षित करता है। यहां हिस्सा लेकर कई लोग सफल इंटरप्रेन्योर बनने की ओर कदम बढ़ाते हैं। इन्हीं में से एक हैं, दिल्ली की मंदाकिनी बसाक, जिन्होंने अपने स्टॉल पर विशेषरूप से बंगाल की प्रसिद्ध साड़ियों का संग्रह रखा है। इस वर्ष दीपावली से अपने साड़ियों के प्रदर्शन के साथ ही उन्होंने जॉब के विकल्प के रूप में एक सशक्त मार्ग बनाना शुरू कर दिया। इस दिशा में आगे कदम बढ़ाते हुए अब इस ट्रेड फेयर में खूबसूरत साड़ियों के कलेक्शन को प्रदर्शित कर रही हैं। इन्हें देखने के लिये हॉल नं. 12 A के स्टॉल 21E को आप विजिट कर सकते हैं।

मंदाकिनी ने बताया कि वह एक कॉर्पोरेट ऑफिस में अच्छे पद पर जॉब कर रही हैं, जहां सैलरी तो मिलती है, मगर जीवन अव्यवस्थित है।  कॉर्पोरेट क्षेत्र में अत्यधिक काम और प्रदर्शन की चुनौती ने उन्हें अपने काम के लिये प्रेरित किया और उन्होंने यह शुरूआत की।

मूलरूप से बंगाल से संबंध रखने वाली  मंदाकिनी बसाक ने मार्केट रिसर्च किया, लोगों की पसंद को जाना, और उनकी मांग के अनुसार साड़ियों के कलेक्शन पेश किये। अपनी मां के नाम पर ब्रांड बनाया और उसे आगे बढ़ाने के प्रयास में हैं। आने वाले समय में बंगाली साड़ियों की मांग बढने के साथ ही दूसरे राज्यों की विशेष साड़ियों को भी इसमें शामिल करेंगी। विशेषकर पूर्वी भारत की साड़ियों को अपने कलेक्शन में शामिल करना है, जिनमें विशेषरूप से उड़ीसा जैसे राज्य हैं।  मंदाकिनी कहती हैं, कि जिस दिन उनकी कमाई कॉरपोरेट जॉब के बराबर हो जाएगी, वह अपनी जॉब छोड़कर पूरी तरह से एक एंटरप्रेन्योर के रूप में जानी जाएंगी।

गौरतलब है कि दिल्ली के प्रगति मैदान में 44वें भारत विश्व व्यापार मेले का आयोजन चल रहा है, जिसमें देश के 31 राज्य और केन्द्रशासित प्रदेश हिस्सा ले रहे हैं। इनके साथ ही दुनिया के 12 देश इस मेले में भागीदार बने हैं, जिनमें थाईलैंड, मलेशिया, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, तुर्किये, मिश्र, यूएई, ईरान, लेबनान और ट्यूनीशिया आदि शामिल हैं। मेले की शीम एक भारत श्रेष्ठ भारत रखी गई है, जिसे यहां आकर आप महसूस कर सकते हैं। लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देते हुए उत्तर से लेकर दक्षिण और पूरब से लेकर पश्चिम के राज्यों की कला, संस्कृति, परम्परा और खूबियों को यहां एक ही छत भारत मंडपम में देखा जा सकता है।

14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले इस मेले में शुरूआती 5 दिन व्यापार को बढ़ावा देने के लिये रखा गया, वहीं 19 नवंबर से यह आम लोगों के प्रवेश के खुल गया है। वरिष्ठ नागरिकों व दिव्यांगों को मुफ्त प्रवेश के साथ आम लोग पहले की तरह टिकट खरीदकर यहां जा सकते हैं।