नीम का पेड़ अमूमन हर जगह मिल ही जाता है. गली,मोहल्लों,घरों,खेतों में हम नीम का पेड़ देखते है। भारतीय संस्कृति और आयुर्वेद में नीम के पेड़ को औषधियों का खजाना कहा गया है । आधुनिक समय में तो कैंसर जैसी बीमारी का इलाज भी नीम के पत्तों से संभव हो पाया है.यह बात हम नहीं, अलग-अलग शोधों में भी सिद्ध हो चुकी है। पूर्व क्रिकेटर और राजनेता नवजोत सिंह सिद्ध ने भी कैंसर को काबू करने के लिए नीम के पत्तों के चबाने की बात को स्वीकार था. केवल यही नहीं, सामान्य दिनचर्या में भी हमें नीम के पत्तों का इस्तेमाल करने से स्किन केयर,त्वचा रोगों से भी राहत मिलती है।
कब और कैसे चबाए नीम के पत्ते?
सवाल बड़ा साधारण और सामान्य सा लगता है. पर सही समय का ख्याल हमेशा हमें बेहतर परिणाम देते है. बात जब नीम के पत्तों को चबाने की हो रही है तो ध्यान रहें कि सुबह खाली पेट नीम के पत्तों को चबाना चाहिए। अल सुबह उठने के बाद पानी पीने और शौच करने के बाद आप नीम के कच्चे नीम के पत्तों का सेवन करें, 4 से 5 पत्तों का सेवन शरीर के लिए सही मात्रा है.कोशिश करें कि नीम के पत्तों का सेवन धीरे-धीरे और चबा चबाकर करना चाहिए, शुरूआती स्तर पर आपको नीम के पत्ते कड़वे लगेंगे, इसके लिए आप हल्का पानी का सेवन भी कर सकते है।
फायदे है बेशुमार, आज से ही करें शुरू नीम के पतों का सेवन ?
पेट की एक सामान्य बीमारी है कब्ज. कब्ज के होने से शरीर कई रोगों से ग्रस्त हो जाता है । इस बीमारी में प्रतिदिन नीम के पत्ते चबाने से कब्ज से छूटकारा मिल सकता है। साथ ही ब्लोटिंग और पेट में बनने वाली गैस से निजात मिलती है. क्योंकि नीम के पत्तों में पाया जाने वाला फाइबर पेट की सेहत के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन के लिए भी नीम के पत्तों को गुणकारी माना गया है.रोजाना नीम के पत्तों को चबाने से हमारे शरीर में अशुद्ध रक्त की मात्रा को यह दूर करता है और डायबिटीज और ब्लड शुगर लेवल्स को कंट्रोल करने में सहायक होता है.नीम के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है. जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से दूर रखते है.इन पत्तों के सेवन से लीवर टिशूज को होने वाला नुकसान भी कम होने लगता है.जिसके कारण लिवर स्वस्थ रहता है।
त्वचा रोगों में भी है उपयोगी नीम के पत्ते
नीम के पत्तों का इस्तेमाल करके आप स्किन से संबंधित रोगों से राहत पा सकते है. पत्तों में पाए जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा को गहराई से साफ करते हैं। शरीर में हो रही खुजली ,एलर्जी में भी यह लाभदायक है। पानी को गर्म करके उसमे नीम के पत्तों को डालकर फिर हल्का ठंडा (नहाने योग्य) पानी देखकर स्नान करने से भी त्वचा को फायदा होता है।
सावधानियां
अब तक हमने बात की नीम के पत्तों का कैसे सेवन करे. कब करें और उनके फायदों को लेकर, लेकिन इन सब के अलावा यह भी ध्यान रहें कि नीम के पत्तों का इस्तेमाल कब नहीं करना चाहिए. किन्हें नहीं करना चाहिए. तो आइए जानते है नीम के पत्तों के उपयोग करने से पूर्व बरती जानी सावधानियां
1. नीम के पत्तों का अत्यधिक मात्रा में सेवन ना करें ।
2. गर्भवती/स्तनपान करने वाली महिलाएं इस्तेमाल से बचें ।
3. ऑटोइम्यून बीमारियों, लिवर और किडनी से पीड़ित रोगी।
4. डायबिटीज, सर्जरी कराने वाले ।
5. बच्चे भी नीम के पत्तों के सेवन में सावधानी बरतें ।
6. पत्तों के साथ मिल्क, खट्टे पदार्थ, शराब, ज्यादा मसालेदार वस्तुएं ना खाएं।
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